13th October, 2015 | http://www.jagran.com/uttar-pradesh/sonbhadra-13026365.html

दुद्धी (सोनभद्र): क्षेत्र के महत्वाकांक्षी कनहर ¨सचाई परियोजना स्थल पर मंगलवार को राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) की टीम ने निर्माणाधीन कार्यों का जायजा लिया। टीम में शामिल अधिकारियों ने सबसे पहले नदी के मध्य तैयार हो रहे बांध की नींव स्पीलवे का स्थलीय निरीक्षण किया।

¨सचाई विभाग के चीफ एवं इंजीनियरों से निर्माण संबंधी तकनीकि जानकारी ली। इसके बाद टीम के सदस्यों का दल विस्थापितों के पुनर्वास कालोनी पहुंचा। वहां विस्थापितों को दी जाने वाली प्लाट के क्षेत्रफल, स्कूल, अस्पताल, खेल मैदान समेत सभी जरूरी सुविधाओं की बावत अधिकारियों से पूछताछ की। इसके बाद लिफ्ट कैनाल, साइफन निर्माण को भी देखा। हरनाकछार में मलिया नदी के पास परियोजना की सबसे महत्वपूर्ण पक्का निर्माण कराए जा रहे जल सेतु को भी अधिकारियों की टीम ने देखा। ज्ञात हो कि यह देश के सबसे बड़े जलसेतु में से एक होगा। ¨सचाई विभाग के अधिकारियों ने कोन क्षेत्र में ¨सचाई के सुविधा के लिए बन रहे इस महत्वपूर्ण सेतु का विस्तार से हवाला दिया। यहां से अधिकारियों का दल सीधे ग्राम भीसुर पहुंचा। डूब क्षेत्र में आ रहे उक्त गांव के कई लोगों से परियोजना विस्थापन से मिल रहे लाभ की बावत जानकारी ली। ग्रामीणों ने कहा कि अभी तक कोई पैसा नही मिला है। नई सर्वे में तैयार सूची में हम लोगों का नाम आया है। फिल्ड हास्टल पर छत्तीसगढ़ ¨सचाई विभाग के चीफ इंजीनियर एसके पाठक, प्रदेश के चीफ इंजीनियर ओपी पाठक समेत अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर परियोजना की गतिविधियों पर मंत्रणा की। टीम में पीसीसीएफ चीफ उमेंद्र शर्मा, सीडब्लूसी चीफ एमके ¨सहा, नोडल डीएफओ बीके ¨सह, बिजेंद्र स्वरूप, केडी जोशी, अधिशासी अभियंता छत्तीसगढ़ यूएस राम, अधिशासी अभियंता विजय श्रीवास्तव, डीएफओ तुलसी दास समेत ¨सचाई विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।