http://www.jagran.com/uttar-pradesh/sonbhadra-11866393.html
Publish Date:Fri, 12 Dec 2014 07:54 PM (IST) | Updated Date:Fri, 12 Dec 2014 07:54 PM (IST)
दुद्धी (सोनभद्र) : बहुउद्देश्यीय कनहर सिंचाई परियोजना को लेकर शासन की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आगामी दो तीन दिनों के अंदर यहां चल रही तमाम गतिविधियों पर लखनऊ से नजर रखे जाने की व्यवस्था बनाई जा रही है।
परियोजना स्थल पर शुक्रवार को पहुंचे कनहर के मुख्य अभियंता कुलभूषण द्विवेदी ने पत्रकारों को बताया कि परियोजना स्थल के एक-एक कोने को कैमरे की जद में लिया जा रहा है। इसके लिए फील्ड हास्टल पर अत्याधुनिक संयंत्र लगाने के साथ ही यहां हाई क्वालिटी कैमरे लगाने का काम आगामी दिनों में शुरू हो जाएगा। एक दो दिन के अंदर इसके विशेषज्ञों की पूरी टीम यहां अपना सेट अप तैयार कर लेगी।
श्री द्विवेदी ने लक्ष्य का खुलासा करते हुए कहा कि महकमे की पूरी कोशिश है कि 15 जून 2015 के पूर्व मुख्य बांध के प्लेटफार्म का कार्य पूर्ण कर लिया जाए जिससे बारिश के दौरान भी उस पर कार्य किया जा सके। इसके लिए रणनीति तैयार हो चुकी है। पूरी ताकत से 24 घंटे निर्माण कार्य कराने की व्यवस्था बनाई जा रही है। इसके लिए परियोजना स्थल पर दिन के उजाले की तरह रात में भी लाइटिंग आदि के इंतजाम किए जा रहे हैं।
इस मौके अधीक्षण अभियंता ओमप्रकाश श्रीवास्तव, अधिशासी अभियंता विजय कुमार श्रीवास्तव, केवी पांडेय, रामआशीष चौरसिया, सहायक अभियंता हेमंत कुमार वर्मा कार्यदाई संस्था के संजीव कुमार, रेड्डी आदि लोग उपस्थित थे।
तीन ब्लास्टिंग में विशालकाय पत्थर टुकड़े में हुआ तब्दील
परियोजना के मुख्य बांध पर शुक्रवार को ब्लास्टिंग के कार्य को पूरी सावधानी के साथ अंजाम दिया गया। नदी में पड़े विशालकाय पत्थर को कर्मियों द्वारा ब्लास्ट करने के पूर्व उपजिलाधिकारी अभय कुमार पांडेय, सीओ देवेश शर्मा, प्रभारी निरीक्षक कपिल देव यादव, एसओ बीजपुर वीरेंद्र यादव, एसओ हाथीनाला अनिल कुमार यादव व अमवार चौकी प्रभारी महावीर यादव ने ब्लास्टिंग क्षेत्र का विधिवत जायजा लिया। इसके बाद इलाके की आवाजाही पर रोक लगाने के बाद एहतियात के तौर पर पहला ब्लास्ट किया। सब कुछ ओके रहने के बाद 30-30 मिनट के अंतराल पर दूसरे व तीसरे ब्लास्ट को अंजाम दिया गया।
कैमरे में कैद करने की मची होड़
क्षेत्रीय विकास में अहम किरदार निभाने वाली इस परियोजना के शुरूआती क्रिया कलापों को अपने कैमरे में कैद करने के लिए परियोजना स्थल के इर्द-गिर्द दिन भर लोगों का जमावड़ा लगा रहा। वहां चल रहे तमाम कार्यों को कैमरे में कैद करने की होड़ मची रही।