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21.04.2015 | Nai Duiya | http://naidunia.jagran.com/chhattisgarh/raipur-chhattisgarh-21-village-submerged-in-kanhar-dam-353860

रायपुर (ब्यूरो)। उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में बन रहे कनहर बांध से छत्तीसगढ़ के कितने गांव प्रभावित हो रहे हैं, यह जलसंसाधन विभाग को पता नहीं है। छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से अब तक प्रभावित गांवों का न तो सर्वे कराया गया है, न ही उत्तर प्रदेश सरकार से अब तक कोई रिपोर्ट ही आई है।

छत्तीसगढ़ के आदिवासियों और किसानों के हितों की अनदेखी को देखते हुए छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन ने प्रभावित गांवों का दौरा करके एक रिपोर्ट तैयार की है। इसमें दावा किया गया है कि जलसंसाधन विभाग की ओर से गांवों के डूबने का बोर्ड तो लगा दिया गया है, लेकिन भाजपा सरकार के मंत्री और विधायक ग्रामीणों को गुमराह कर रहे हैं।

छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन (सीबीए) के संयोजक आलोक शुक्ला, एडवोकेट सुधा भारद्वाज, जंगसे पोया, डिग्री प्रसाद चौहान और बिजय गुप्ता ने कनहर बांध से प्रभावित गांवों का 19 अप्रैल को दौरा करके रिपोर्ट तैयार की है। रिपोर्ट के अनुसार कनहर बांध से 21 गांव प्रभावित हो रहे हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ के जलसंसाधन विभाग की ओर से अब तक प्रभावित गांवों का सर्वे ही नहीं किया गया है।

ग्रामीणों को 1983 के सर्वे के आधार पर मुआवजा देने की बात कही जा रही है, जबकि देश में 2013 के भूमि अधिग्रहण कानून के लागू होने के बाद ज्यादा मुआवजा दिया जाना चाहिए।

यह गांव हो रहे हैं प्रभावित

सीबीए की रिपोर्ट के अनुसार 21 गांव पूरी तरह और 7 गांव आंशिक रूप से बांध के कारण डूब जाएंगे। छत्तीसगढ़ जलसंसाधन विभाग की ओर से 17 गांवों को डूबान क्षेत्र घोषित किया है। इसमें झारा, कुशफेर, सेमरवा, धौली, पचवल, लिबरा, कामेश्वरनगर, सनवाल, तेंदूआ डूगरू, कुदरू, तलकेश्वरपुर, चूना पत्थ्ार, इंद्रावतीपुर, बरवाही, सुंदरपुर, मीनूवाखर और त्रिशूली गांव पूरी तरह डूब जाएंगे। इसके साथ ही आठ गांव आंशिक रूप से प्रभावित होगा। इसमें चेरा, सलवाही, महादेवपुर, कुरलुडीह, ततेथर, पिपरपान, आननपुर और सिलजू गांव है।

ग्रामीणों पर गोली चलाने वालों पर दर्ज हो एफआईआर

सीबीए के संयोजक आलोक शुक्ला ने ग्रामीणों पर गोली चलाने वाले पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक धारा में मामला दर्ज किया गया है, उसे वापस लिया जाना चाहिए।

उन्होंने बताया कि पुलिस की गोलीबारी में एक ग्रामीण की मौत हो गई, जबकि 39 लोग घायल हुए। इसमें 12 की हालत गंभीर बताई जा रही है। ग्रामीणों के प्रदर्शन को खत्म कराने के लिए पीएसी के लगभग 1000 जवानों को तैनात किया गया था।

कनहर बांध से छत्तीसगढ़ के प्रभावित गांवों के संबंध में उत्तर प्रदेश सरकार से विस्तृत जानकारी मंगाई जा रही है। इसके अलावा छत्तीसगढ़ सरकार भी अपने स्तर पर प्रभावित क्षेत्रों का सर्वे कराएगी। कनहर बांध के निर्माण से प्रभावित लोगों और छत्तीसगढ़ के हितों को सुरक्षित रखा जाएगा। प्रभावित किसानों और ग्रामीणों को सरकार की नई पुनर्वास नीति के तहत मुआवजा दिया जाएगा। -बृजमोहन अग्रवाल, जलसंसाधन मंत्री, छत्तीसगढ़


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