Vindhyan Ecology and Natural History Foundation- Animated Header

देवपुरवा गांव के अकटहवा तालाब में शुक्रवार दिन में मछुआरों के जाल में आठ फुट लंबा मगरमच्छ फंसते ही दहशत फैल गयी। मछुआरे जाल छोड़कर भाग गये। गांव में पहुंचकर उन्होंने घटना की सूचना लोगों को दी। देखते ही देखते तालाब पर भारी भीड़ जुट गयी। ग्रामीणों ने मगरमच्छ को जाल सहित पेड़ में बांधकर मड़िहान पुलिस और एसडीएम सविता यादव को सूचना दी। एसडीएम के निर्देश पर पहुंची वन विभाग की टीम ने शाम पांच बजे मगरमच्छ को सिरसी बांध में छोड़ दिया। गांव के बीडीसी सदस्य पंकज सिंह ने अकटहवा तालाब का मछली पालन के लिए पट्टा लिया है। तालाब में उन्होंने मछली पाल रखा है। अनुमान है कि अनवरत बारिश से उफनाती पहाड़ी नदी-नालों की धारा में बहकर मगरमच्छ तालाब में पहुंच गया। शुक्रवार दिन में बीडीसी सदस्य पंकज सिंह के निर्देश पर कुछ मछुआरे तालाब में मछली मारने गए थे। उन्होंने तालाब में जाल फेंका। संयोग था कि वे खुद अंदर नहीं गये। तालाब किनारे बैठे मछुआरों ने जाल में हलचल होने पर उसे बाहर खींचा। जाल में मछली की जगह आठ फुट लंबा मगरमच्छ फंसा देख उनके पांव तले जमीन खिसक गयी। वे जाल में फंसे मगरमच्छ को छोड़कर भाग खड़े हुए है। शोर मचाते हुए गांव में पहुंचे। उन्होंने गांववालों को सारी बात बतायी। इसके बाद तालाब पर लोगों की भारी भीड़ जुट गई। सूचना मिलते ही पुलिस भी पहुंच गई। लोगों ने मगरमच्छ को जाल सहित पेड़ में बांध दिया। एसडीएम सविता यादव ने वन विभाग की टीम को मौके पर भेजा। उनके निर्देश पर टीम ने मगरमच्छ को जाल सहित सिरसी बांध में ले जाकर छोड़ दिया।

स्रोत-https://www.livehindustan.com/uttar-pradesh/mirzapur/story-crocodile-was-trapped-in-net-during-fishing-1207747.html


Inventory of Traditional/Medicinal Plants in Mirzapur