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छानबे। विंध्याचल थाना क्षेत्र के महोखर गांव के पास बीती रात किसी वाहन की चपेट में आकर एक मादा लकड़बग्घे की मौत हो गई। सुबह शौच के लिए निकले ग्रामीणाें ने जब मृत लकड़बग्घे को देखा तो डर गए और बाघ की मौत समझकर गांव मेें अफवाह फैला दी। क्षेत्र में बाघ की मौत की खबर फैलते ही भारी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। बाद में बुजुर्गों ने बताया कि यह बाघ नहीं लकड़बग्घा है। समाचार लिखे जाने तक वन विभाग का कोई भी अधिकारी कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंच पाया था और लकड़बग्घे का शव सड़क किनारे पड़ा हुआ था। क्षेत्र के महोखर गांव निवासी कुछ ग्रामीण मंगलवार की सुबह शौच के लिए सीवान की ओर जा रहे थे। उसी दौरान सड़क पर उन्हें किसी वाहन से कुचला हुआ लकड़बग्घा दिखाई दिया। उसे देख ग्रामीण डर कर गांव की ओर भागे और क्षेत्र में बाघ के मरने की अफवाह फैला दी। बाघ के मरने की जानकारी होते ही आसपास से ग्रामीणाें का हुजूम सड़क पर पहुंच गया। सुबह करीब आठ बजे तक लोग यही समझते रहे कि सड़क पर मृत पड़ा जानवर बाघ है। इसी बीच कुछ बुजुर्ग दूध लेकर उधर से गुजर रहे थे और भीड़ देखकर रुक गए। उन्होंने मृत जानवर को देखा तो बताया कि वह बाघ नहीं लकड़बग्घा है। बुजुर्गों से पुष्टि के बाद धीरे-धीरे वहां से भीड़ तितर-बितर हो गई।

स्रोत-https://www.amarujala.com/uttar-pradesh/mirzapur/Mirzapur-68241-62


Inventory of Traditional/Medicinal Plants in Mirzapur