कछवां (मीरजापुर): थाना क्षेत्र के भटौली बरैनी मोड़ पर गंगा किनारे खेत में मंगलवार शाम चार बजे भटक कर आए तेंदुए ने हमला कर चार ग्रामीणों को घायल कर दिया। इससे क्षेत्र में दहशत फैल गई। पुलिस व वन विभाग के अधिकारियों ने घंटो खोजबीन की हाका लगवाया लेकिन उसका पता नहीं चला। अंधेरा की वजह से आपरेशन अभियान रोक दिया गया। तेंदुआ गांव में घुसने न पाए इसके लिए वन विभाग ने अलाव की व्यवस्था की थी। रात में गश्त के लिए ग्रामीणों व पुलिस की टीम गठित की गई है। आस पास के लोगों को गंगा किनारे और खेतों में न जाने की सलाह दी गई है। एएसपी सिटी अशोक शुक्ला और प्रभागीय वनाधिकारी के.के. पांडेय दल बल के साथ देर रात तक मौके पर डटे थे।शाम चार बजे गेहूं के खेत में ग्रामीणों को तेंदुआ दिखाई दिया। मौके पर भीड़ जुट गई। शोरगुल सुनकर तेंदुआ आक्रामक हो गया ग्रामीणों पर हमला बोल दिया। इसमें बरैनी निवासी दिनेश मल्लाह (28), शंकर (32), आशीष (25)और कछवां डीह निवासी दीपू (25) घायल हो गए। किसी तरह भागकर जान बचाई। सूचना पर एसपी अर¨वद सेन ने एएसपी सिटी अशोक शुक्ला व सीओ रामनाथ वर्मा को मौके पर भेजा। इसी बीच प्रभागीय वनाधिकारी केके पांडेय, छह रेंजर और बीस कर्मचारियों के साथ तेंदुआ पकड़ने के लिए पहुंच गए। पुलिस व वन विभाग और ग्रामीणों ने हथियार और लाठी डंडा लेकर तीन किलो मीटर तक गंगा किनारे तेंदुए की खोज की। एएसपी ने ग्राम प्रधान टिकोरी को दस- दस ग्रामीणों की टीम बनाकर रातभर सुरक्षा का निर्देश दिया। सीओ सदर रामनाथ वर्मा ने बताया कि रोशनी के लिए दो आस्का लाइट मंगाई गई है। डीएफओ केके पांडेय ने बताया उनके कर्मचारी गांवों के बाहर अलाव जलाएंगे ताकि रात में तेंदुआ गांव में न आने पाए। उन्होंने बताया कि गंगा के कछार में तेंदुआ कहीं से भटक कर आया होगा।
स्रोत-https://www.jagran.com/uttar-pradesh/mirzapur-13729431.html?src=article-on-scroll