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लालगंज (मीरजापुर) : बस्तराराजा गांव में मंगलवार को एक घर से तेंदुए के तीन शावक मिले। सभी बच्चे एक सप्ताह के बताए जाते हैं। ग्रामीणों का कहना रहा कि यह तेंदुए के बच्चे हैं जबकि वन विभाग के अधिकारी का कहना है कि यह लकड़बग्घे के बच्चे हैं।रीवां मीरजापुर राजमार्ग पर लउधर पांडेय का घर है। वह काफी दिनों से बंद पड़ा हुआ है। यहां काफी झाड़ झंखाड़ उगा हुआ है। घर के सामने वाली पटरी पर चाय की दुकान है। वहां पर मंगलवार की सुबह सभी बैठकर चाय पी रहे थे कि एक तेंदुआ दिखाई दिया। उसे देखते ही पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया।लोग लाठी-डंडा लेकर जब वहां पहुंचे तो तेंदुआ तो भाग गया लेकिन उसके तीन बच्चे वहीं पाए गए। गांव के प्रधान गायत्री प्रसाद पटेल ने बताया कि ये बच्चे एक सप्ताह के हैं। वन विभाग को सूचित किया गया। मौके पर पहुंचे वन कर्मियों ने भी बताया कि इन बच्चों की उम्र लगभग एक सप्ताह की है। तेंदुआ व उसके बच्चों के मिलने से क्षेत्र में दहशत व्याप्त है। वहीं लालगंज रेंज के रेंजर पीसी सिंह ने कहा कि यह लकड़बग्घे के बच्चे हैं।

स्रोत-https://m.jagran.com/uttar-pradesh/mirzapur-11292887.html


Inventory of Traditional/Medicinal Plants in Mirzapur