राजगढ़। मडि़हान थाना क्षेत्र के तीन गांवों में रविवार को जंगली सूअर का आतंक मचा रहा। सूअर के हमले में निकरिका गांव निवासी सात वर्षीय बालिका की मौत हो गई। सूअर ने उसका पेट फाड़ दिया था। वहीं करीब एक दर्जन लोग घायल हो गए। सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम भी घायलाें की हालत देखकर भयभीत हो गई और अंधेरा होने की बात कहकर ग्रामीणाें को उनके हाल पर छोड़कर वापस लौट गई। रविवार की देर शाम तक जंगली सूअर बकहर नाले के पास देखा गया। खूनी सूअर के नहीं पकड़े जाने से ग्रामीणों में हड़कंप मचा रहा। रविवार अपराह्न करीब दो बजे एक जंगली सूअर मडि़हान के जंगल से भटकते हुए निकरिका गांव में पहुंच गया, जहां कुछ बच्चाें के साथ खेल रही सात वर्ष की बालिका बच्ची पुत्री सुग्रीव दलित पर हमलाकर उसका पेट फाड़ दिया। यह देखकर बालिका के साथ खेल रहे बच्चे शोर मचाते हुए भागे। गांव वाले दौड़े तो सूअर पिपरवार गांव में घुस गया। गंभीर रूप से घायल बालिका को लेकर परिजन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजगढ़ पहुंचे तो उसकी हालत नाजुक देख चिकित्सक ने उसे वाराणसी रेफर कर दिया। बालिका को वाराणसी ले जाया जा रहा था तभी उसने दम तोड़ दिया।
उधर पिपवार गांव में घुसे जंगली सूअर ने वहां भी हमला बोलकर तीन लोगों को घायल कर दिया। इनमें बच्चन 38 वर्ष, बुधिया 36 वर्ष पत्नी रामप्यारे व मिश्रीलाल 40 वर्ष शामिल हैं। यहां भी ग्रामीणाें ने लाठी डंडा लेकर दौड़ाया तो सूअर चौखड़ा गांव में पहुंच गया और वहां भी करीब आधा दर्जन से अधिक लोगाें को घायल कर दिया। इनमें राजा 36 वर्ष व गुलारू 32 वर्ष सहित चार अन्य ग्रामीण शामिल हैं। जंगली सूअर आने की सूचना ग्रामीणाें ने तत्काल वन विभाग के अधिकारियाें को दी। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची जरूर लेकिन घायलाें की हालत देखते ही उसके होश उड़ गए। टीम के लोग अंधेरा होने व सुबह आने की बात कहकर चले गए।
स्रोत-https://www.amarujala.com/uttar-pradesh/mirzapur/Mirzapur-74355-62