मिर्जापुर: मांगी थी मछली, मिल गया मगरमच्छ। यह हकीकत मड़िहान थाना इलाके के रामपुर गांव के तालाब में रविवार को मछली मारने गए लोगों के सामने सच हो गई। मछली पकड़ने के चक्कर में इनके जाल में मगरमच्छ फंस गया। जाल में फंसे मगरमच्छ को रस्सी से बांधकर खूंटे में बांध दिया गया। वन विभाग टीम का ग्रामीण इंतजार कर रहे हैं। वन दरोगा दशमी यादव ने बताया कि जलीय जंतु को सिरसी बांध में छोड़ा जाएगा।मोदी की महिमा: पड़ोसी जनपद वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीन दिवसीय कार्यक्रम में आने और रात्रि प्रवास करने के बाद लोग इसे मोदी की महिमा से जोड़कर चर्चा कर रहे हैं। इलाके के ओमप्रकाश, रवींद्र और सुजीत ने कहा कि जब पड़ोस में मोदी बस गए, तो तालाब ने भी खुश होकर मछली मांगने पर मगरमच्छ दे दिया।कैसे मिला मगरमच्छ: सिरसी रेंज के रामपुर 33 गांव में स्थित तालाब में रविवार की शाम को पंकज ने मछली पकड़ने के लिए जाल डलवाया था। कुछ देर बाद लोग जब जाल खींचने लगे, तो वह काफी भारी लगा। बड़ी तादात में मछली फंसने की आशा में लोग खुश हो उठे। जब जाल बाहर आया, तो लोग हैरान रह गए। लोग जाल छोड़कर हट गए। पंकज ने बताया कि तालाब में ग्रामीण नहाते हैं। जल का प्रयोग करते हैं। इसलिए मगरमच्छ को जाल के साथ निकाल कर खूंटे में बांध कर वन विभाग को सूचित कर दिया गया है। हंसते हुए बताया कि लोग अक्सर कहते है कि तोप का लाइसेंस मांगने पर बंदूक का सरकार देगी। हमने तो तालाब से मछली मांगी, तो हमें मगरमच्छ मिल गया।खूंटा नहीं, बांध में जाएगा: जानकारी मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। टीम का नेतृत्व कर रहे वन दरोगा दशमी यादव ने बताया कि वाहन पर लादकर इसे सिरसी बांध में छोड़ दिया जाएगा।सिरसी रेंज बना सेंचुरी: मड़िहान इलाके के कई गांवों में अब तक करीब दर्जन भर मगरमच्छ कुछ ही महीनों के अंदर पकड़े गए हैं। जो गांव की पगडंडी तो कभी घर में घुसकर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाते हैं
स्रोत-https://www.ucnews.in/news/102-3423867683905694.html?&hit_tair=2