मिर्जापुर के मडिहान थाना क्षेत्र में नाग-नागिन ने बच्चों से मां-बाप का साया छीन लिया और सो रहे बच्चों के सिर के पास बैठे रहे। घटना लूसा ग्राम पंचायत के हथिया गांव की है जहां दो बच्चों के साथ सो रहे दंपति को गुरुवार की रात आए नाग-नागिन ने डस कर मार डाला। दोनों के बीच में जमीन पर सोए उनके दो मासूम बच्चों को नाग-नागिन ने छुआ तक नहीं! यहां तक कि नाग-नागिन दोनों बच्चों के पास ही पूरी रात बैठे रहे। जब सुबह हुई तो बच्चे जागे और पास में बैठे नाग-नागिन को देख डरने लगे। बच्चों के डरने पर नाग-नागिन वहां से चले गए।शोर मचाने पर जुटे पड़ोसी दंपति जोड़ों को उपचार के लिए सोनभद्र के घोरावल ले गए। लोगों के कहने पर दंपति को खड़देउर ले जाकर झाड़-फूंक कराई गई। इसके बाद अस्पताल ले जाया गया लेकिन तबतक देर हो चुकी थी। दोनों ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। ये सभी घर से तीन किमी. दूर पाही के खेत में सोए थे। दुख्खी (27) और उसकी पत्नी संगीता (24) गांव से तीन किमी. दूर हथिया बझाव गांव में पाही के रहने वाले थे। दोनों वहीं पर रहकर खेती और बकरी पालन करते थे। गरीबी होने के कारण दोनों अपने पांच और डेढ़ साल के बच्चों को लेकर जमीन पर ही सोते थे। हर दिन की तरह बेटों को बीच में करके पति-पत्नी किनारे-किनारे सो गए। इसी बीच पता नहीं कब रात में आए नाग-नागिन ने पति-पत्नी को डस लिया। नाग-नागिन के डसने के बाद सुबह उठे बच्चों ने उन्हें देखा।इसी से आशंका हुई की दोनों की मौत का कारण ये सांप हैं। बच्चों के शोर मचाने पर आस-पास के लोगों की भीड़ जुट गई। आनन-फानन में दोनों पीड़ित दंपति को उपचार के लिए सोनभद्र के घोरावल में खड़देउर आयुर्वेदिक उपचारगृह लाया गया। यहां से दोनों को जिला अस्पताल भेजा गया लेकिन वहां दोनों को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। ग्रामीण और परिवार के सदस्य दोनों का शव लेकर हथिया बझाव गांव पहुंचे तो यहां कोहराम मच गया। एक ही साथ दंपति की मौत से पूरे गांव में शोक है। सर्पदंश से दंपति की मौत के बाद अब ये बच्चे अनाथ हो गए हैं। ऐसे में इनका सहारा कौन होगा ये बड़ा सवाल है? हालांकि मृतक दुख्खी के दो और भाई और उनका परिवार है।
स्रोत-https://hindi.oneindia.com/news/uttar-pradesh/snake-naag-nagin-bite-mother-father-dead-stay-with-children-whole-night-417793.html