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हालिया-कैमूर वन्य जीव रेंज हालिया के हथेडा गाव में कुत्तो के हमले से घायल नर चीतल ने हालिया स्थित पशु अस्पताल में दम तोड़ दिया! पोस्टमार्टम के बाद तीन राजपत्रित अधिकारियो की मौजूदगी में मृत चीतल का अंतिम संस्कार किया जाएगा! गाव में शनिवार की रात ही भटक कर एक चीतल आ गया था! उमे आवारा कुत्तो ने दौड़ा लिया! शोरगुल सुनकार गाव के प्रभुनाथ मिश्र बहार निकले तो कुत्तो को चीतल पर हमला करते देखा! उन्होंने एक अन्य आदमी की सहायता से कुत्तो को खदेड़ा लेकिन तब तक चीतल काफी घायल हो चूका था! मिश्र ने रात में ही वन छेत्राधिकारी भास्कर प्रसाद पाण्डेय की सुचना दिया की जंगल से भटक कर आये चीतल को कुत्तो ने घायल कर दिया है! वन दरोगा जे पी वर्मा ने चीतल को हालिया स्थित पशु अस्पताल पहुचाया जहा उपचार के दौरान घायल चीतल ने दम तोड़ दिया!वन विभाग पीने के पानी की व्यवस्था क्यों नहीं कर पा रहा! हालिया जिले में आधा से अधिक भाग में पहाड़ और जंगल है ! जंगल दुलर्भ प्रजाति के वन्य जीवो की मौजूदगी के समय समय पर प्रमाण भी मिलते है! एक वर्ष पहले मडिहान के जंगल में चिता का पगचिहं देखा गया था! वन विभाग की ओर से इसकी पृष्टि भी की गई थी! भालू और अन्य जीवो के तो अक्सर गावो में आने पशुओ और आदमियों पर हमला करने की घटनाएं भी लगातार हो रही है बावजूद वन विभाग की ओर से जंगल में रहने वाले जीवो के लिए पानी की व्यवस्था क्यों नहीं की जा रही है! हर साल वन विभाग  की ओर से लाखो रुपये का पौधेरोपन कर दिया जाता है!

स्रोत-http://epaper.jagran.com/ePaperArticle/23-apr-2018-edition-Mirzapur-page_5-64041-6923-46.html

स्रोत-http://epaper.livehindustan.com/story.aspx?id=2698989&boxid=126505036&ed_date=2018-04-23&ed_code=77&ed_page=8


Inventory of Traditional/Medicinal Plants in Mirzapur