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चरवाहे ने जागरण को बताया कि जैसे ही कुछ दूर वह आगे बढ़ा और अपनी बकरियों की गिनती करने लगा उसी दौरान एक बकरे की संख्या कम दिखाई पड़ी।
ऐसा देख पुनः नाले के पास लौट कर आया तो देखा कि नाले में मगरमच्छ के पास बकरा मृत पड़ा था।
 
मीरजापुर, जेएनएन। हलिया में सोमवार दोपहर गांव निवासी उमर अली बकरियों को चरा रहा था कि तभी दोपहर में पानी पिलाने के लिए जैसे ही ओझा घाट स्थित सुसुबाड़ नाले में गया कि नाले में छिपे मगरमच्छ ने एक बकरे को निवाला बना लिया। इस बारे में चरवाहे को कुछ पता नहीं चला, मगर गिनती करने के दौरान जब एक बकरे काे कम पाया तो खोजने निकला और थोड़ी ही दूरी पर नाले के पास बकरे को मगरमच्‍छ के पास मृत पाया। आनन फानन बकरे की मौत के बाद चरवाहे ने शोर मचाया और लोगों को इस बाबत सूचना दी।
चरवाहे ने जागरण को बताया कि जैसे ही कुछ दूर वह आगे बढ़ा और अपनी बकरियों की गिनती करने लगा उसी दौरान एक बकरे की संख्या कम दिखाई पड़ी। ऐसा देख पुनः नाले के पास लौट कर आया तो देखा कि नाले में मगरमच्छ के पास बकरा मृत पड़ा हुआ था। हल्ला गुल्ला करने पर मौके पर पहुंचे ग्रामीणों को देखकर मगरमच्छ बकरे को छोड़कर गहरे नाले के पानी में कूद पड़ा। जैसे ही बकरे को वहां से बाहर निकाला तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। मगरमच्‍छ के हमलावर होकर बकरे की जान लेने की यह घटना देख ग्रामीणों में भय व्याप्त है।
ग्रामीण लोगों का कहना है कि नाले में दर्जनों की संख्‍या में मगरमच्छ हैं। आए दिन गांव के लोग तथा पशुपालक अपने पशुओं को यहां पर पानी पिलाने जाते हैं। ऐसे में अभी तो पशु ही मगरमच्‍छ का निवाला बन रहे हैं। आगे इंसानों पर भी हमला करने का मामला सामने आया तो लोगों के सामने बड़ी दुश्‍वारी आ जाएगी। वहीं घटना की जानकारी ग्रामीणों ने पुलिस के साथ ही वन विभाग को भी दे दिया है।
 
स्रोत : https://www.jagran.com/uttar-pradesh/varanasi-city-crocodile-made-meal-goat-in-mirzapur-fear-prevails-among-villagers-20956615.html
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Inventory of Traditional/Medicinal Plants in Mirzapur