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स्रोत : दैनिक जागरण मिर्जापुर संस्करण 08 नवंबर 2020 
 

Mirzapur में पहाड़ी पर दिखा बाघ, ग्रामीणों में दहशत, खेतों की ओर जाने से कतराने लगे किसान

मीरजापुर, जेएनएन। गैपुरा क्षेत्र के विजयपुर-लालगंज मार्ग के पहाड़ी पर विजयपुर पानी टंकी के पास शुक्रवार की देर रात राहगीरों को बाघ दिखाई देने पर वे अवाक रह गए। बाघ दूर चले जाने पर राहगीर डरते हुए आगे बढ़े तथा लालगंज वन विभाग को सूचना दी। इसी बीच गांव के लोगों को बाघ दिखने की जानकारी होते ही वे सभी भयभीत हो गए। सूचना मिलते ही वन दारोगा विनयेंद्र कुमार यादव, वन रक्षक अवधेश कुमार, पिंटूलाल व अन्य की टीम मौके पर पहुंचकर इधर उधर काफी तलाश किया लेकिन बाघ कहीं दिखाई नहीं दिया। वन विभाग के दारोगा ने बताया कि जंगल में बाघ हो सकता है लेकिन कहीं भी न खतरा कर रहा है और न ही वह दिखाई दे रहा है। हालांकि विभाग द्वारा पूरी तरह से सजगता बरती जा रही है।
 
बीते वर्ष से मीरजापुर और वाराणसी जिले में बाघ की गतिविधि बनी होने से कई दिनों तक दहशत का माहौल रहा। वहीं मीरजापुर में बाघ ने हमलाकर दो लोगाें को घायल भी कर दिया था। जबकि वाराणसी में भी गंगा और वरुणा के किनारे बाघ को देखे जाने की वजह से वाराणसी में भी बाघ की मौजूदगी को लेकर हलचल बनी रही। हालांकि, वाराणसी में बाघ के हमले की कोई भी घटना नहीं हुई थी। जबकि मीरजापुर जिले में बाघ को देखे जाने के बाद उसे भगाने की कोशिश कर रहे दो लोगों पर बाघ ने हमला कर उनको घायल भी कर दिया था। इस लिहाज से एक बार दोबारा बाघ देखे जाने को लेकर लोगों में चिंता का माहौल है।
ग्रामीणों का कहना है कि अब ऐसे माहौल में खेतों की ओर जाने से भी डर लग रहा है। बीते वर्ष बाघ के हमले को लेकर लोगों के बीच बाघ की दहशत एक बार फ‍िर से कायम हो गई है। दूसरी ओर वन विभाग की ओर से भी बाघ को पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं ताकि लोगाें में बाघ की दहशत खत्‍म हो सके।
 
स्रोत : https://www.jagran.com/uttar-pradesh/varanasi-city-the-tigers-on-the-hill-in-mirzapur-the-villagers-panic-the-farmers-began-to-clamber-towards-the-fields-21038439.html

Inventory of Traditional/Medicinal Plants in Mirzapur