मिर्जापुर जिले के हलिया थाना क्षेत्र के मधोर व बरुआ गांव में सोमवार की रात मगरमच्छ देखकर ग्रामीणों में दहशत फैल गई। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने दोनों मगरमच्छों को मशक्कत के बाद पकड़ा। इसके बाद उसे अदवा नदी के गहरे जलाशय में छोड़ दिया।
मधोर गांव के सिवान में तीन फिट का मगरमच्छ व बरूआ गांव में श्रीपाल के खलिहान में पांच फीट का मगरमच्छ देखकर ग्रामीणों में दहशत फैल गई। ग्राम प्रधान विवेक सिंह ने इसकी सूचना वन क्षेत्राधिकारी प्रेम प्रकाश चौबे को दी।
वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर बड़ी मशक्कत के बाद अदवा नदी के गहरे जलाशय में छुड़वाया। वन क्षेत्राधिकारी ने बताया कि मधोर गांव में तीन फीट का मगरमच्छ व बरूआ गांव में पांच फीट का मगरमच्छ मिला। दोनों को अदवा नदी के गहरे जलाशय में छोड़ दिया गया है।
ग्रामीणों का मानना है कि ददरी बांध व अदवा बांध के जलाशय से भटक कर मगरमच्छ गांव में पहुंचे थे। एक मगरमच्छ 10 दिन पूर्व मधोर गांव के एक व्यक्ति के घर में घुसा था। जिसे वन विभाग की टीम के साथ ग्रामीण उसे पकड़ कर अदवा नदी के गहरे जलाकर में डाले थे। इसी तरह से हलिया वन रेंज के आधा दर्जन गांवों में मगरमच्छ दिखाई दिया था।
वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर बड़ी मशक्कत के बाद अदवा नदी के गहरे जलाशय में छुड़वाया। वन क्षेत्राधिकारी ने बताया कि मधोर गांव में तीन फीट का मगरमच्छ व बरूआ गांव में पांच फीट का मगरमच्छ मिला। दोनों को अदवा नदी के गहरे जलाशय में छोड़ दिया गया है।
ग्रामीणों का मानना है कि ददरी बांध व अदवा बांध के जलाशय से भटक कर मगरमच्छ गांव में पहुंचे थे। एक मगरमच्छ 10 दिन पूर्व मधोर गांव के एक व्यक्ति के घर में घुसा था। जिसे वन विभाग की टीम के साथ ग्रामीण उसे पकड़ कर अदवा नदी के गहरे जलाकर में डाले थे। इसी तरह से हलिया वन रेंज के आधा दर्जन गांवों में मगरमच्छ दिखाई दिया था।