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मिर्जापुर। प्रदेश सरकार गिद्धों के संरक्षण को लेकर गंभीर है। इसी के तहत जिले के सभी रेंज में गिद्धों की गणना कराई जा रही है। प्रभागीय वनाधिकारी के रेंजर समेत वन दरोगा और फारेस्ट गार्ड पूरे दिन चिह्नित स्थानों पर भ्रमण करते रहे।
शासन से एसएवीई (सेविंग एसियाज वल्चर्स फ्रॉम एक्टिंशन ) योजना के तहत गिद्धों का संरक्षण किया जाना है। इसके तहत प्रदेश में चले खास अभियान के तहत जिले में भी वनकर्मी सक्रिय रहे। प्रभागीय वनाधिकारी संजीव कुमार के निर्देश पर सभी रेंजर, वन दरोगा व फारेस्ट गार्ड शुक्रवार को अपने-अपने क्षेत्रों में रहे। अभियान में मिर्जापुर, लालगंज, विल्ढमफाल, मड़िहान, सुकृत, पटेहरा, चुनार व ड्रमंडगंज रेंज में रेंजर समेत वन दरोगा व फारेस्ट गार्डों की ओर से चिह्नित स्थानों में बंधी, बंधे व जंगलों के अलावा मैदानी इलाके में पूरे दिन गिद्धों की तलाश की जाती रही। पूरे दिन चले अभियान में जिले में कहीं गिद्ध मिलने की सूचना प्रभागीय वनाधिकारी कार्यालय को नहीं मिली।
 
एक दिन पूर्व दिखे गिद्ध का नहीं चला पता
मिर्जापुर। कछवां क्षेत्र के धन्नूपुर गांव के सामने बृहस्पतिवार को गंगा के किनारे सुबह 11 बजे दिखे गिद्ध की छानबीन में शुक्रवार को वनकर्मी लगे रहे लेकिन उसका पता नहीं चला। मकर संक्रांति पर महिलाओं ने गिद्ध को देखा था। कुछ लड़के मोबाइल से सेल्फी ले रहे थे। युवक गिद्ध को वहीं पर छोड़कर घर चले गए थे। बाद में ग्रामीण पहुंचे तो गिद्ध वहां नहीं था। प्रभागीय वनाधिकारी संजीव कुमार के निर्देश पर शुक्रवार को रेंजर चुनार एसपी ओझा ने टीम के साथ गिद्ध की तलाश में धन्नूपुर गांव और आसपास गिद्ध की तलाश की लेकिन उसका पता नहीं चला। ग्राम प्रधान रामआसरे समेत लोकपति, देवराज बिंद, संजय व रविंद्र आदि ग्रामीणों का कहना है कि गिद्ध दिखा तो था लेकिन ग्रामीणों के पहुंचने से पहले वह गायब हो गया।
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-शासन के निर्देश पर एसएवीई अभियान के तहत प्रत्येक रेंज में गिद्धो की गणना कराई गई है। जिले में कहीं गिद्ध मिले हैं कि नहीं अभी इसकी रिपोर्ट नहीं आई है।-संजीव कुमार, प्रभागीय वनाधिकारी मिर्जापुर।
 
अमर उजाला 16 जनवरी 2021  https://www.amarujala.com/uttar-pradesh/mirzapur/count-of-vultures-being-provided-for-conservation-mirzapur-news-vns569355073

Inventory of Traditional/Medicinal Plants in Mirzapur