जागरण संवाददाता, मीरजापुर : शहर कोतवाली के फतहां स्थित घोड़े शहीद मजार के पास गंगा में एक विशाल मगरमच्छ के मृत पाए जाने से हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने देखा तो बताया कि मगरमच्छ की मौत चार से पांच दिन पहले हो चुकी है। इसकी मौत कैसे हुई इसके बारे में किसी को पता नहीं है। वन विभाग ने कहा कि शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद ही पता चलेगा कि उसकी मौत कैसे हुई।
पिछले दो साल से गंगा में एक विशाल काय वाला मगरमच्छ लगातार देखा जा रहा था। कभी गैपुरा में तो कभी विध्याचल या फिर नारघाट व बरियाघाट में भी देखा गया है, लेकिन इस बात को मानने वाला कोई नहीं था। हर कोई इसे एक मजाक समझ रहा था। कहा जा रहा था कि अगर मगरमच्छ होता तो वह पानी के ऊपर आता या किसी को नुकसान पहुंचाता लेकिन ऐसा नहीं है। पिछले कुछ दिनों से गंगा में गायब हो रहे शवों से लोगों को आशंका होने लगी कि कही मगरमच्छ ही तो उनको अपना निवाला नहीं बना रहा है। आज तक लल्लाघाट से डूबे एक किशोर व शास्त्री सेतु के पास से डूबे युवक बुद्धिराम की पता नहीं चल पाया है। शुक्रवार को जब लोगों को सूचना मिली कि एक विशालकाय वाला मगरमच्छ घोड़े शहीद घाट के पास पड़ा है। यह सुन वहां पहुंचे तो सूचना सही पाई गई। पांच दिन पहले मृत हुए मगरमच्छ का शरीर खराब हो गया है।