जिगना। हिन्दुस्तान संवाद
विंध्याचल कोतवाली क्षेत्र के विजयपुर गांव के महुवाडांड जंगल में शुक्रवार की दोपहर संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई। आग से सैकड़ों पेड़ पौधे जलकर राख हो गए। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस व वन विभाग की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। अन्यथा आग जंगल से बस्ती तक पहुंच सकती थी। विंध्याचल के विजयपुर महुवाडांड़ जंगल में दोपहर लगभग एक बजे संदिग्ध हाल में आग लग गई। जंगल में आग की लपटें देख ग्रामीण शोर मचाने लगे। शोर सुनकर आस-पास के ग्रामीण जुट गए। जंगल में आग फैलती देख ग्रामीणों ने स्थानीय पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने वन विभाग के अधिकारियों को जनकारी दी। सूचना पर पहुंची पुलिस व वन विभाग के कर्मियों ने लगभग तीन घंटे तक सूखे पेड़ की टहनियों से पीटकर किसी तरह आग को बुझाया। तब तक आग पांच सौ मीटर के दायरे में सैकड़ों जंगली पेड़ पौधे जलकर राख हो गए। वन तुलसी कास कुशा सरपत चोरवट घास व काफी संख्या में जंगली पेड़-पौधे जल चुके थे। वनकर्मियों ने बताया कि किसी राहगीर या चरवाहे ने बीड़ी सिगरेट पीने के बाद घास फूस पर फेंक दिया होगा। जिससे जंगल में आग लग गई। आग बुझाने में वन रक्षक पिंटूलाल, अवधेश कुमार, रामप्रकाश, विजय बिंद रहे। वनकर्मियों ने बताया कि ग्रामीणों की मदद से किसी तरह आग पर काबू पा लिया गया। बीते 21 फरवरी को इसी गांव के औरेया जंगल में अगलगी से पांच एकड़ जंगली पेड़ पौधे जलकर राख हो गए थे। आए दिन अगलगी की घटना को लेकर वनकर्मी परेशान हो गए हैं।
स्रोत : हिंदुस्तान लाइव 27 फ़रवरी 2021 https://www.livehindustan.com/uttar-pradesh/mirzapur/story-fire-in-mahuvadand-forest-of-vindhyachal-3878121.html