उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जनपद में शुक्रवार को लगी भीषण आग से हड़कंप मच गया। जंगल में भड़की आग से देखते ही देखते 15 किलोमीटर क्षेत्र का इलाका चपेट में आ गया। भीषण आग को देखते हुए चार जनपदों से फायर ब्रिगेड की मदद लेनी पड़ी। जनपद के मड़िहान तहसील क्षेत्र के पटेहरा जंगल में शुक्रवार की दोपहर भीषण आग से कई बीघे जंगल और फसल के अलावा इंसानी बस्तियों पर भी खतरा मंडराने लगा। देर शाम एनडीआरएफ की टीम भी आग पर काबू पाने की कोशिश में जुटी है। रात होने के कारण कुछ समस्याएं सामने आ रही है।
घटना की गंभीरता के मद्देनजर जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने मौके पर प्रशासनिक अधिकारियों के नेतृत्व में बचाव दल रवाना किया। वहीं आसपास के जिलों से भी मदद मांगी गई। आग से घिरी फसल और मकान को बचाने में ग्रामीणों के साथ ही अधिकारी दिनभर जुटे रहे।
कई जिलों से आई फायर ब्रिगेड की गाड़ियां दिनभर मशक्कत करती रहीं। देर शाम तक आग को फैलने से रोकने में कामयाबी मिल गई। हालांकि जंगल के अंदर आग धधक रही थी। शनिवार सुबह तक आग पर काबू पाने की उम्मीद जताई जा रही है।
सिकटही जंगल में शुक्रवार की दोपहर आग लग गई। ग्रामीणों की सूचना के बावजूद वन विभाग ने सक्रियता नहीं दिखाई। जिससे आग का दायरा बढ़ता गया। देखते ही देखते 15 किलोमीटर का इलाका आग की चपेट में आ गया। पटेहरा मार्ग पर आवागमन प्रभावित हो गया। सड़क के दोनों तरफ लगी आग की सूचना के घंटों बाद मौके पर पहुंचा फायर ब्रिगेड का वाहन पाइप छोटा होने के कारण मौके पर नहीं पहुंच सका।
आग की विकराल स्थिति को देख अधिकारी व कर्मचारी भी जंगल में घुसने का साहस न जुटा सके। जिससे आग नवेढ़िया गांव के जंगल से सटे दीपनगर कोटवां संपर्क मार्ग पार कर गई। सड़क की दूसरी तरफ आग लगने से किसानों के दिल की धड़कने बढ़ गईं। डीएफओ संजीव कुमार ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है। अब जंगल के अंदर ही कहीं-कहीं आग जल रही है। उसे बुझाने का प्रयास किया जा रहा है।
आग की भयावहता को देखते हुए एनडीआरएफ की टीम भी बुलाई गई। रात होने के कारण आग पर काबू पाने में परेशानी हो रही है। जंगल में एनडीआरएफ की टीम आग पर काबू पाने का प्रयास कर रही है। वहीं जेसीबी की मदद से रास्ता बनाकर फायर ब्रिगेड के वाहन को जंगल में ले जाया जा रहा है।