जागरण संवाददाता, मीरजापुर : ड्रमंडगंज रेंज के महोगढी कंपार्टमेंट नंबर दो के जंगल में गुरुवार को आग लग गई। मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने तीन घंटे मशक्कत बाद आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक लगभग डेढ बीघे में आग फैल गई थी। इस दौरान वन तुलसिया सहित अन्य प्रजाति के पेड़ पौधे जलकर नष्ट हो गए। हलिया क्षेत्र के बेदउर गांव में हाइटेंशन तार की चिगारी से चार किसानों की एक बीघा गेहूं फसल जल गई। इसी तरह पटेहरा पुलिस चौकी क्षेत्र के मलुआ में गेहूं के खेत में आग लगने से दो बीघे फसल जल कर खाक हो गई।
ड्रमंडगंज रेंज के महोगढी कंपार्टमेंट नंबर दो के जंगल में धुआं उठता देख ग्रामीणों ने इसकी सूचना तत्काल वन क्षेत्राधिकारी वीरेंद्र कुमार तिवारी को दी। वन क्षेत्राधिकारी ने वन दारोगा महेश यादव, वन रक्षक पिटू शाह, राजदीप वर्मा, सर्वेश पटेल, वाचर रामसजीवन, लवकुश शर्मा को मौके पर आग बुझाने के लिए भेजा। तीन घंटे के बाद आग पर काबू पाया जा सका, लेकिन तब तक वन तुलसिया सहित अन्य प्रजाति के पेड़ पौधे जलकर नष्ट हो गए। इसी तरह बुधवार की रात बंजारी पूर्वी बीट में भी आग लग गई थी, जिसे ग्रामीणों सहित बीट के वाचरों ने काफी मशक्कत के बाद देर रात आग पर काबू पाया है। वन क्षेत्राधिकारी वीरेंद्र कुमार तिवारी ने बताया कि जंगल में चरवाहों तथा शहद निकालने वाले श्रमिकों के लापरवाही से आग जनी की घटनाएं हो रही है। ऐसे में चरवाहों तथा शहद निकालने वाले श्रमिकों को चिहित कर कार्रवाई की जाएगी।
आग लगने से गेंहू की फसल जल कर खाक
पटेहरा : पुलिस चौकी क्षेत्र के मलुआ में गुरुवार को गेहूं के खेत में आग लगने से दो बीघे फसल जल कर खाक हो गई। मलुआ सिवान के रास्ते के बगल गांव के ही कैलाशपति पाठक की पांच बीघे जमीन है, जिसमें आग की लपटें निकलता देख ग्रामीणों संग आसपास के किसान डालियों से पीट कर आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक दो बीघे से ऊपर की गेहूं की फसल खाक हो चुकी थी। चौकी प्रभारी हवलदार पाल ने भी दमकल के साथ मौके पर पहुंचकर आग पर पूरी तरह काबू पा लिया। क्षेत्रीय लेखपाल शिव शंकर पाल ने जांच-पड़ताल की।
हलिया : क्षेत्र के बेदउर गांव निवासी किसान मोतीलाल, राजमणि, रविशंकर, अलगूराम के खेत के ऊपर से हाइटेंशन का तार गया हुआ है। गुरुवार को हाइटेंशन तार से निकली चिगारी से गेहूं की फसल में आग लग गई। आग की लपटें देख किसानों संग ग्रामीणों ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक एक बीघा गेहूं का फसल राख हो चुका था।