ड्रमंडगंज। वन क्षेत्र ड्रमंडगंज के मड़वा धनावल गांव में शुक्रवार की देर रात तेंदुए ने फिर से एक बकरे और बछिया को अपना निवाला बना डाला। गांव में तेंदुए की ओर से बकरे और बछिया पर हुए हमले से ग्रामीणों में दहशत है।
कैमूर पहाड़ से सटे धनावल गांव निवासी बनारसी की बकरियां घर के अहाते में बंधी हुई थीं। देर रात एक तेंदुआ वहां पहुंच गया और एक बकरे की गर्दन दबोचते हुए जंगल की तरफ घसीटने लगा। इस दौरान बकरियों के लगातार आवाज सुनकर बनारसी का बेटा कमलेश लाठी व टार्ज्च लेकर बकरियों के पास पहुंचा तो देखा कि घर से सौ मीटर दूर तेंदुआ बकरे को दबोचे हुए है। कमलेश ने घर वालों को आवाज लगाई। तेंदुआ बकरे को घसीटते हुए जंगल की तरफ भाग निकला। उधर, शुक्रवार की देर रात ही मड़वा धनावल गांव के ही निवासी विजय पाल की घर के सामने खूंटे से बंधी बछिया को भी तेंदुआ अपना शिकार बना डाला। पशुपालक के शोरगुल पर ग्रामीण लाठी डंडा लेकर एकत्रित हो गए। बछिया की खोजबीन करने लगे लेकिन कहीं अता-पता नही चला। मड़वा धनावल गांव में बीते 27 मई को भी तेंदुआ ने राजेंद्र सिंह की गाय पर हमला कर दिया था। जिससे गाय की मौत हो गई थी। मड़वा धनावल गांव में कई बार तेंदुआ के दिखाई देने ग्रामीण डरे हुए हैं। ग्राम प्रधान रमेश सिंह ने इसकी सूचना वन क्षेत्राधिकारी को दे दी है। उन्होंने जंगल से सटे मड़वा धनावल गांव में गश्त बढ़ाने की मांग की है।