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जागरण संवाददाता ,राजगढ़ (मीरजापुर) : सुकृत वन क्षेत्र भवानीपुर वन चौकी क्षेत्र में ठंड आते ही सुकर के शिकारी सक्रिय हो जाते हैं, अभी दो दिन पूर्व ही भवानीपुर वन चौकी द्वारा तीन शिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। हालांकि अभी भी तीनों आरोपित पकड़ से बाहर हैं। इसके संबंध में सभी समाचार पत्रों में प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था। तत्काल हरकत में आई वन विभाग की टीम ने शिकारियों के खिलाफ अभियान चलाया गया।
मंगलवार की शाम वन क्षेत्राधिकारी के निर्देश पर वन विभाग की टीम ने जंगल में 11 किलोमीटर तक शिकारियों व जानवरों को पकड़ने के लिए लगाए गए फंदे को तलाशा। तलाश के दौरान भवानीपुर जंगल, दरबान, पचपेड़िया, इंदिरानगर के जंगल तथा जंगलों से सटे खेतों में करीब 100 लोहे के कटीले तार के फंदे बरामद किए पर शिकारियों का कुछ पता नहीं चल पाया। वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों से अपील की कि शिकारियों को देखते ही इसकी सूचना वन विभाग को दें। सुकृत वन्य जीव प्रभाग के भवानीपुर वन चौकी क्षेत्र जंगल से सटे होने और पशु तस्करों एवं संदिग्धों की आवाजाही से जंगल में विचरण करने वाले वन्य जीवों का खतरा बना रहता है। इसी को देखते शिकारियों पर प्रभावी अंकुश लगाने प्रभाग के वन क्षेत्राधिकारियों को निर्देशित किया है। इस पर वन क्षेत्राधिकारी के निर्देश में वन दारोगा सुमन, वनरक्षक राम सिगार तिवारी, राजेंद्र सिंह, पपलु, भुलावन, तौलन के साथ टीम बनाकर क्षेत्र भवानीपुर, दरवान, पचपेड़ियां जंगल, इंदिरानगर के जंगलों में शिकारियों की तलाश की।इस दौरान वन्य जीवों को पकड़ने के लिए शिकारियों की ओर से प्रयुक्त होने फंदो की भी बरामद किया।
 

- जंगल में शिकार करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी भी ग्रामीणों को जंगल में शिकारी नजर आए तो इसकी सूचना वन विभाग को देने के लिए अपील की गई और सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी।

राजेंद्र प्रसाद श्रीवास्तव, वन क्षेत्राधिकारी।

स्रोत : दैनिक जागरण 16 दिसम्बर 2020, अनलाइन https://www.jagran.com/uttar-pradesh/mirzapur-traps-found-in-search-of-poachers-21172403.html
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Inventory of Traditional/Medicinal Plants in Mirzapur