26 Jun 2015 | http://www.jagran.com/uttar-pradesh/sonbhadra-12524270.html
दुद्धी (सोनभद्र): छत्तीसगढ़ में लगातार हो रही बारिश का असर अब कनहर परियोजना पर पड़नी शुरू हो गई। कनहर व पांगन नदी में बढ़ते जलधार को देखते हुए अधिशासी अभियंता विजय कुमार श्रीवास्तव ने अस्थाई तौर पर निर्मित रपटे को कटवा दिया। इससे नदी के पानी में कहीं कोई गतिरोध उत्पन्न न हो। इस दौरान नदी में जल प्रवाह कम होने के बाद ही रपटा निर्माण के प्रति विचार करने की बात कही गई।
इस निर्णय से फील्ड हास्टल से बैं¨चग प्लांट की ओर जाने वाले सभी वाहनों व मशीनों को करीब पैतीस से चालीस किमी का अतिरिक्त चक्कर लगाकर जाना होगा। ऐसे में कार्यदायी संस्था बुनियाद में लक्ष्य प्राप्ति में शेष रह गए कंक्रीट का कार्य तय तिथि तक पूरी कर पाने में सफल होगी। गुरुवार को दूसरी बार क्षतिग्रस्त हुए अस्थाई रपटा की मरम्मत का कार्य शुक्रवार को रोक दिया गया। इस बाबत इंजीनियर विजय कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि डैम के बेसमेंट में चल रहे निर्माण कार्य हेतु नदी के जल मार्ग को सुरक्षा हेतु परिवर्तित किया गया है। हलका फुलका बाढ़ आने की दशा में मुख्य बांध के कार्यस्थल तक नदी का पानी न पहुंचे,इसके लिए चारों ओर अस्थाई तौर पर मिट्टी व पत्थर के जरिए अस्थाई बांध बनाई गई है जिससे नदी की जलधारा निर्वाध रुप से परिवर्तित मार्ग से आगे बढ़ जाए। नदी में चल रहे निर्माण कार्य पर कोई अवरोध व खतरा न उत्पन्न हो।
श्री श्रीवास्तव ने बताया कि गत दो दिनों से छत्तीसगढ़ में हो रही बारिश के कारण नदी के जल स्तर में लगातार बढ़ाव को देखते हुए रात्रि में होने वाले निर्माण कार्य को पूरी तरह से रोक दिया गया। इसकी भारपाई दिन में करने का दावा किया। इसके अलावा नदी के बहाव में किसी प्रकार का गतिरोध उत्पन्न न हो, इसके लिए परियोजना स्थल पर बने दोनो रपटों को साफ कर दिया गया जिससे पानी का दबाव अस्थाई तौर पर वाटर डाइवर्जन के लिए बने मिट्टी के बंधे पर न पड़े। बेसमेंट का कार्य निर्वाध रुप से जारी रखने के लिए सीमेंट की बोल्कर समेत अन्य मशीनी उपकरणों को नदी के दूसरे छोर पर विंढमगंज थाना क्षेत्र के स्थाई रूट से परपंरागत तरीके से भेजी जाएगी।
कितना हुआ काम
इंजीनियर श्री श्रीवास्तव ने दावा किया कि वे बांध के जमीनी सतह के रिपेय¨रग का काम लगभग पूरा हो चुका है। शेष रह गए कार्य को दो तीन दिन के अंदर पूरा कर लिया जाएगा। इसके अलावा सत्तरह खंड वाले मुख्य बांध के चौदह ब्लाक के बेसमेंट में कंक्र¨टग का कार्य पूरा किया जा चुका है। महज तीन ब्लाक का कार्य शेष रह गया है। नदी में बाढ़ आने के पूर्व उसे भी पूरा करने कोशिश लगातार जारी है।